- Anirudh Surya on his Role in Kanneda: "It Reminded Me of Mahesh Manjrekar in Kaante, but with a Lot More Play"
- Manushi Chhillar’s Wise Words on Passion, Perseverance, and Practicality
- शोबिज़ का सपना? मानुषी छिल्लर के समझदारी भरे विचार—जुनून, धैर्य और व्यावहारिकता पर जोर
- Viineet Kumar Siingh Dedicates His Big Win To Fans, Says 'This Award Belongs To Each and Every One of You'
- विनीत कुमार सिंह ने अपनी बड़ी जीत प्रशंसकों को समर्पित की, कहा – 'यह पुरस्कार आप सभी का है'
जिले के सभी ग्रामों में लागू होगी नल-जल योजना : सांसद लालवानी

जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक संपन्न
इंदौर. क्षेत्रीय सांसद श्री शंकर लालवानी की अध्यक्ष्ता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक संपन्न हुई। बैठक में आज जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता पाटीदार, विधायक देपालपुर श्री विशाल पटेल, अपर कलेक्टर श्री अभय बेडेकर, जिला पंचायत सीईओ श्री रोहन सक्सेना, अधीक्षण यंत्री पीएचई श्री अजय श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री पीएचई श्री सुनील उदिया आदि मौजूद थे।
इस अवसर पर सांसद श्री लालवानी ने कहा कि जिले के सभी 606 गावों में केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार नल जल योजना लागू की जायेगी। हर घर में जल पहुचाने का लक्ष्य है। यह काम सन् 2022 तक पूरा कर लिया जायेगा। जिले में अभी 351 नल-जल योजनाएं चल रही हैं। आज 166 ग्रामों के लिये 89 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई है।
जिले में शेष ग्रामों में दो साल में नल-जल योजना लागू की जायेगी। जिले में 7 हजार 500 हेंडपम्प भी पेयजल के लिये लगाये गये हैं। जिले में ग्रामीण क्षेत्र में नर्मदा नदी जलप्रदाय योजना का भी प्रस्ताव है। महू के कुछ ग्रामों में चोरल डैम से पानी सप्लाय किया जा रहा है। जिले के सभी मजरे-टोलो में भी नल जल योजना लागू किये जाने का प्रस्ताव है।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कहा कि जिले के शेष ग्रामों में भी नल-जल योजना लागू करने के लिये डीपीआर तैयार की जाये, जिससे सभी ग्रामों में शुद्ध जलप्रदाय किया जा सकें। नल-जल योजना की जानकारी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को भी दी जाये और उन्हें विश्वास में लेकर काम किया जाये। योजना का उद्देश्य सबको शुद्ध पेयजल कराना है।
बैठक में बताया गया कि इंदौर जिले ड्रिप इरीगेशन से खेतों में सिंचाई में कम पानी खर्च होगा। जिले में अत्याधिक तालाब और स्टाप डैम बनाने की जरुरत है, जिससे भू-जल स्तर बढ़े। जिले में 100 से अधिक तालाब है जिनका उपयोग मुख्य रुप से सिंचाई के रूप में आता है।
जिले में नल जल योजना अभी मुख्य रूप से ट्यूबवेल खोदकर पानी टंकी में चढ़ाया जाता है, उसके बाद नल के द्वारा घर-घर पहुचाया जा रहा है। इंदौर के ग्राम सनावदिया में 1 करोड़ 23 लाख रुपये की लागत से नल जल योजना शुरु की जायेगी।
इंदौर जिले के ग्राम देवगुराड़िया में 75 लाख और बांक में 6 करोड़ 91 लाख, देपालपुर के ग्राम काई में 1 करोड़ 19 लाख, महू के ग्राम बर्डिया में 38 लाख, ग्राम गवालू में 49 लाख, सांवेर के ग्राम बलघारा में 47 लाख और सगवाल में 39 लाख, हरियाखेड़ी में 39 की नल जल योजना आज स्वीकृत की गयी।
जिले के इंदौर, देपालपुर, महू और सांवेर में आज 166 नल-जल योजनाओं जिला जल एवं स्वच्छता मिशन द्वारा स्वीकृति दी गई। नल जल योजनाओं का संधारण ग्राम पंचायतों द्वारा किया जायेगा। ग्राम पंचायत स्तर पर अधिकांश ग्राम पंचायतों में जल एवं स्वच्छता समिति का गठन कर दिया गया है।